“शिक्षक दिवस पर शिक्षा और नैतिकता पर शिक्षकों के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम”

“शिक्षक दिवस पर शिक्षा और नैतिकता पर शिक्षकों के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम”

प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय, पिलानी सेवा केन्द्र पर शिक्षकों के लिए प्रेरणादायक सेमिनार का आयोजन किया गया।
पिलानी शिक्षा नगरी से अनेक स्कूल के प्रिंसिपल तथा शिक्षक गण सेवा केन्द्र पर उपस्थित रहे। कार्यक्रम का आरंभ दीप प्रज्वलन तथा स्वागत सत्कार से हुआ। पिलानी सेवा केंद्र की प्रभारी, बी.के. स्वाति बहन ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान देना नहीं है, बल्कि बच्चों के चरित्र का विकास भी महत्वपूर्ण है। विद्यार्थियों को नैतिक मूल्य, सत्यता और ईमानदारी की शिक्षा भी मिलनी चाहिए। उन्होंने ‘आचार्य’ का अर्थ स्पष्ट करते हुए कहा कि आचार्य वही है जो अपने आचरण से शिक्षा दे।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भ्राता यशपाल सिहाग जी उपस्थित थे। जो केनिया में टीचर्स ट्रेनर है। उन्होंने विभिन्न एक्टिविटीज के माध्यम से शिक्षकों को यह सिखाया कि बच्चों की बुद्धि को दिव्य कैसे बनाया जा सकता है। साथ ही, बच्चो की वाणी को मधुर, दृष्टि को पवित्र और व्यवहार को श्रेष्ठ बनाने के तरीकों को भी साझा किया। उनके द्वारा करवाई गई गतिविधियों से सभी उपस्थित शिक्षक लाभान्वित हुए।

अंत में सभी शिक्षकों को बी.के. स्वाति बहन द्वारा मेडिटेशन कमेंट्री के माध्यम से शांति की विशेष अनुभूति कराई गई।

 

Om Shanti…